O LEVEL Course एक computer के field में एक साल का डिप्लोमा कोर्स होता है | जिसे रास्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौधोगिकी संस्थान NIELIT (National Institute of Electronic & Information ) कराती है |
NIELIT को पहले दुसरे नाम से जाना जाता था जिसका नाम DOEACC Society (Department of Electronic Accreditation of Computer Course ) था |

O Level Course क्या होता है (O Level Course Kya Hota Hai):
- O LEVEL course एक certificate कंप्यूटर COUSRE होता है जो computer के field में provide किया जाता है |
- यह एक वर्ष का होता है |इसको कराने के लिए भारत सरकार की एक संस्था है|
- जिसका नाम NIELIT (नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इलेक्ट्रॉनिक & इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी)है|
- NIELIT संस्था A LEVEL, B LEVEL, C LEVEL और CCC भी कराती है|
O LEVEL करने से फ़ायदा(Benefits Of O level Course):
- आप को computer के field में एक certificate मिल जाती है |
- आप इस certificate को किसी Job के लिए apply कर सकते है चाहे वह सरकारी नौकरी (GOVERNMENT JOB) हो या प्राइवेट नौकरी (PRIVATE JOB) हो |
O Level Course करने के लिए योग्यता (O Level Course Eligibility):-
- लेवल करने के लिए आप को 10+2 होना जरुरी है | या फिर आप के पास ITI की certificate हो आप के पास |
- या क्लास 10TH के पास होने के एक साल बाद (यानि आप ग्यारहवी की क्लास में पद रहे हो या ग्यारहवी पास हो गये हो )भी आप O लेवल कर सकते है |
O लेवल (O LEVEL) कहाँ से करे:-
- लेवल करने के लिए आप के पास दो विकल्प (TWO OPTION) होते है-
- O लेवल आप स्वय से करे (SELF) O लेवल आप किसी भी कंप्यूटर institute से भी कर सकते है | अगर आप O लेवल (O LEVEL)self से करेंगे तो fees कम लगेगी और पूरी पढाई आप को स्वयं करनी पड़ेगी |यदि आप किसी इंस्टिट्यूट से करते है तो सारी जिम्मेदारी इंस्टिट्यूट की होती है |
O Level Course करने की समय अवधि (O Level Course Time Duration )
1. O लेवल आप एक साल (1 YEAR) में कर सकते है |
2. O लेवल दो सेमेस्टर (TWO SEMESTER) में होता है | एक सेमेस्टर 6 महीने का होता है |
O लेवल पाठ्यक्रम (O Level Syllabus):-
अब हम आप को बताते है O Level Course पाठ्यक्र्म के बारे में –O लेवल में चार मॉडल (MODUEL) होते है जिसमे से तीन MODULE पढ़ना जरुरी होता है | अंतिम वाले मॉडल (Module)में तीन पेपर होते है जिसमे से आप को अपनी मर्जी से चुन ( SELECT) सकते है | जो इस प्रकार (TYPE ) से होते है :-
FIRST SEMESTER:-
M1-R4: आईटी टूल्स एंड बिज़नेस सिस्टम (IT TOOLS & BUSINESS SYSTEM)
M2-R4:- इंटरनेट टेक्नोलॉजी एंड वेब डिज़ाइन (INTERNET TECHNOLOGY AND WEB DESIGN)
SECOND SEMESTER:-
M3-R3: प्रोग्रामिंग एंड प्रॉब्लम सॉल्विंग थ्रू ‘C’ लैंग्वेज (PROGRAMMING AND PROBLEM THROUGH ‘C’ LANGUAGE)
M4.1-R4: Application of. Net Technology
M4.2-R4: Introduction to Multimedia
M4.3-R4: Introduction तो ICT Resources
आप को M4-R4 (M4.1, M4.2, M4.3) में से एक विषय (Subject) को पढ़ना (Study) पड़ेगा |
अगर हम O लेवल प्रैक्टिकल (Practical) की बात करे तो इसके प्रैक्टिकल आपके M1 , M2 , M3 ,M4 मॉडल (Module) के सिलेबस (Syllabus) के आधार पर होता है |
और इसमें आप को एक प्रोजेक्ट(Project) भी सबमिट (Submit) करना होता है |
अब हम बात करेंगे O लेवल (O Level Course) में कितना नंबर(NUMBER) आएगा तो आप पास होंगे:-
MARKS | ग्रेड (GRADE ) |
50-54 % | D |
55-64 % | C |
65-74 % | B |
75-84 % | A |
>=85 % | S |
O Level Course Paper Details
O Level Course का Paper दो भागो (Two Parts) में होता है –
- पहले भाग में ऑब्जेक्टिव प्रश्न (Objective Question) आते है जो 40 मार्क्स के होते है | इसमें से आप को 20 नंबर लाना जरुरी होता है | अगर आप का पहले भाग (FIRST PART) में 20 नंबर नहीं आते है तो आप की दूसरे भाग (SECOND PART) की COPY चेक नहीं होती है | और आप FAIL हो जाओगे |
- अब हम बात करेंगे भाग दो (PART TWO) के पेपर के बारे में – भाग दो (PART TWO) का पूर्णाक 60 नंबर का होता है जिसमे सिर्फ (Only) सब्जेक्टिव प्रश्न(Subjective Question ) आते है |
दोस्तों मैं उम्मीद करता हू की मेरे द्वारा दी गई जानकारी आप लोगो को अच्छी लगी होगी और अपने विचार को कमेंट बॉक्स में जरुर दे | और आपको जो चीज नही समझ में आये तो आप comment box में comment कर के आप लोग मुझसे पूछ सकते है |
Nice contentment
thank you
Nice article